स्विट्ज़रलैण्ड - विकिपीडिया
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स्विस परिसंघ Schweizerische Eidgenossenschaft | |
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राष्ट्रगान: Schweizerpsalm | |
![]() स्विट्ज़रलैण्ड (गहरा हरा) की अवस्थिति यूरोपीय महाद्वीप (गहरा भूरा) में — [संकेत] | |
राजधानी | बर्न |
सबसे बड़ा शहर | ज़्यूरिख़ |
आधिकारिक भाषा(एँ) | जर्मन फ्रांसिसी इतालवी रूमान्त्च |
निवासीनाम | स्विस |
सरकार | संघीय राज्य संसदीय व्यवस्था और सीधा लोकतंत्र के साथ |
• संघीय परिषद | वियोला अमहर्ड (राष्ट्रपति) करिन केलर सुटर (उपराष्ट्रपति) गि बर्नाड पार्मलिन इग्नाज़ियो कसिस अल्बर्ट रोस्टी एलिज़ाबेथ बॉम स्नाइडर बेयत जांस |
• संघीय चांसलर | विक्टर रोसी |
विधानमंडल | संघीय संसद |
• ऊपरी सदन | राज्य परिषद |
राष्ट्रीय परिषद | |
स्वतंत्रता | |
• स्थापना दिवस | 1 अगस्त 1291 |
• वास्तविक | 22 सितंबर 1499 |
• मान्यता | 24 अक्टूबर 1648 |
• पुनर्गठन | 7 अगस्त 1815 |
• संघीय राज्य | 12 सितंबर 1848 |
क्षेत्रफल | |
• कुल | 41,284 कि॰मी2 (15,940 वर्ग मील) 136वाँ) |
• जल क्षेत्र (%) | 4.2 |
जनसंख्या | |
• 2009 आकलन | 77,71,600 (94वाँ) |
• 2007 जनगणना | 75,93,500 |
GDP (PPP) | 2008 प्राक्कलन |
• कुल | $315.768 खरब (38वीं) |
• प्रति व्यक्ति | $43,195 (7वीं) |
HDI (2013) | ![]() अत्युच्च · तीसरा |
मुद्रा | स्विस फ्रांक (CHF) |
समय मंडल | UTC+1 (केंद्रीय यूरोपीय समय) |
• ग्रीष्मकालीन (DST) | UTC+2 (केंद्रीय यूरोपीय ग्रीष्म समय) |
वाहन चलते हैं | right |
दूरभाष कोड | +41 |
इंटरनेट TLD | .ch |
स्विट्ज़रलैंड (जर्मन: Schweiz, फ़्रांसीसी: Suisse, इतालवी: Svizzera, रूमान्त्च: Svizra), औपचारिक नाम: स्विस परिसंघ मध्य यूरोप का एक देश है। इसका 60 % भूभाग ऐल्प्स पहाड़ों से ढका हुआ है, इस कारण से इस देश में बहुत ही सुंदर और मनमोहक पर्वत, गाँव, सरोवर (झील) और चारागाह हैं। स्विट्ज़रलैंड के निवासियों की प्रति व्ययक्ति आय $40000 से अधिक है इस कारण स्विस लोगों का जीवनस्तर विश्व में सबसे ऊँचे जीवनस्तरों में से एक है। स्विट्ज़रलैंड अपने मंहगे घड़ियों, चीज़, एवं चॉकलेट के लिए प्रसिद्ध है। और स्विट्जरलैंड इन वस्तुओं का बड़ा निर्यातक देश भी है।
इस देश की तीन राजभाषाएँ हैं : जर्मन (उत्तरी और मध्य भाग की मुख्य भाषा), फ़्रांसीसी (पश्चिमी भाग), इतालवी (दक्षिणी भाग) और एक सह-राजभाषा है : रूमान्त्च (पूर्वी भाग)। इसके प्रांत कैण्टन कहे जाते हैं। स्विट्ज़रलैंड एक लोकतांत्रिक देश है जहाँ आज भी प्रत्यक्ष लोकतन्त्र देखने को मिल सकता है। यहाँ कई बॉलीवुड फ़िल्म के गानों की शूटिंग होती है। लगभग 20 % स्विस लोग विदेशी मूल के हैं। इसके मुख्य शहर और पर्यटक स्थल हैं : ज़्यूरिख़, जनीवा, बर्न (राजधानी), बासल, इंट्रलाकन, लोज़ान, लूसर्न, इत्यादि।
यहाँ एक ओर बर्फ के सुंदर ग्लेशियर हैं जो साल में आठ महीने बर्फ की सुंदर चादर से ढके रहते हैं। तो वहीं दूसरी ओर सुंदर वादियां हैं जो सुंदर फूलों और रंगीन पत्तियों वाले पेड़ों से ढकीं हुई रहती है।
भारतीय निर्देशक यश चोपड़ा की फिल्मों में इस खूबसूरत देश के कई नयनाभिराम दृश्य देखने को मिलते हैं।
इतिहास
ला टान सभ्यता ईसापूर्व 450 के समय रही होगी। ईसा के 15 साल पहले यह रोमन साम्राज्य का अंग बन गया। चौथी सदी में यह बिजेन्टाइन साम्राज्य से स्वतंत्र हो गया और कई प्राचीन साम्राज्यों के बीच बँटा रहा।
सन् 1798 में फ्रांस के अधीन में आने के बाद नेपोलियन ने यहाँ पर फ्रांस का संविधान लागू किया। बाद में इसे हटा लिया गया। दोनों विश्वयुद्धों में से किसी में भी स्विट्ज़रलैंट पर कोई खास आक्रमण नहीं हुआ। प्रथम विश्वयुद्ध में 1917 तक लेनिन यहीं रहे थे।
भूगोल
दक्षिण तथा दक्षिण-पूर्व में आल्प्स पर्वत श्रेणिया हैं। देश में कई झीले है - जेनेवा झील का नाम इनमें प्रमुख है। इसके उत्तर पूर्व में जर्मनी, पश्चिम में फ्रांस, दक्षिण में इटली और पूर्व में आस्ट्रिया स्थित है।
प्रशासन
यह प्रत्यक्ष लोकतंत्र का एकमात्र उदाहरण है।
जनवृत्त
देश के उत्तर में जर्मन (63.6%), पश्चिम में फ्रांसिसी (20.4%), दक्षिण में इतालवी तथा रोमांस मूल के लोग रहते हैं।
खास आकर्षण -

इंटरलेकन ओस्ट को बॉलीवुल की पसंदीदा जगह कहा जाता है। यहाँ पर दिलवाले दुल्हनियाँ ले जाएंगे से लेकर ढाई अक्षर प्रेम के, जुदाई, हीरो जैसी फिल्में फिल्माईं गईं हैं। प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर इस शहर में आप स्विट्जरलैंड के इतिहास और वर्तमान दोनों से मुलाकात कर सकते हैं।
यदि आपके पास थोड़ा सा वक्त और हौसला हो तो सूर्योदय के समय यहाँ की पहाड़ियों पर चहलकदमी करना बेहद सुखद लगता है। यदि पैदल नहीं जा सकते तो यहाँ से एक ट्रेन सीधी पहाड़ी के ऊपर जाती है। बिना चूके उसका टिकट ले लीजिए। और पहाड़ी के ऊपर से सुंदर स्विट्जरलैंड का नजारा लीजिए।
जंगफ्रोज- समुद्र तल से 4158 मीटर ऊँचाई पर बना यह यूरोप की सबसे ऊँची पर्वत श्रंखला है। इसी के साथ-साथ यहाँ यूरोप का सबसे ऊँचा रेलवे स्टेशन भी है। इंटरलेकन स्टेशन से यहाँ के लिए ट्रेन मिलती है। इस ट्रेन से अपना सफर शुरू कर खूबसूरत स्विट्जरलैंड को अपनी आँखों में कैद करते हुए आप जंगफ्रोज पहुँच जाएंगें। बर्फ के पहाड़ों को काटती हुई ऊपर जाती इस ट्रेन से आप नयनाभिराम दृश्य देख और अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं। गर्मी के मौसम में यहाँ आईस स्कींग का लुफ्त उठाया जा सकता है। यहाँ की बर्फ पर पड़ती सूरज की तिरछी किरणों की आभा देखने का आनंद ही कुछ और है।
जंगफ्रोज में बॉलीवुड की इतनी फिल्में फिल्माईं गईं हैं कि यहाँ बॉलीबुड रेस्त्रां ही बना दिया गया है। यह रेस्त्रां 15 अप्रैल से 15 सितंबर के मध्य खुलता है। इसके अलावा आइस पैलेस भी जंगफ्रोज का खास आकर्षण है।
शिल्थॉर्न ग्लेशियर - जंगफ्रोज के अलावा शिल्थॉर्न ग्लेशियर का रास्ता भी इंटरलेकन ओस्ट से होकर जाता है। इसे विश्व के सबसे खूबृसूरत बर्फ के पहाड़ों में शुमार किया जाता है। यहाँ पाइन ग्लोरिया नामक राइड से आप पूरे ग्लेशियर का पैरोनामिक व्यू ले सकते हैं। यहाँ भव्य रेस्टोरेंट की श्रृंखला है। इन पड़ावों पर रुककर आप शिल्थॉर्न की खूबसूरती अपनी आँखों में कैद कर सकते हैं।
टिटलिस पर्वत श्रृंखला- वादियों के इस देश का अगला पड़ाव है टिटलिस पर्वत श्रृंखला। यहाँ आप केबल कार के जिरए पूरे टिटलिस ग्लेशियर का खूबसूरती को निहार सकते हैं। केबल कार के सफर में आप स्विट्जरलैंड से ही जर्मनी के ब्लैक फारेस्ट के नजारे भी देख सकते हैं। इसी के साथ यहाँ के ग्लैशियर पार्क में घूमता मत भूलिएगा। इस पार्क में आइस से जुड़ी कई फन पैक्ड राइड्स हैं। जिनका रोमांच अलग मजा देता है। यह पार्क मई से अक्टूबर के मध्य खुला होता है।
ग्लेशियर ग्रोटो- यदि आप स्विट्जरलैंड जाएँ तो ग्लेशियर ग्रोटो को निहारना मत भूलिएगा। यहाँ बर्फ में बनी सुंदर गुफाएँ हैं। इन गुफाओं की बर्फ की दीवारों पर 8,450 लेम्पस जगमगाते हैं। यहाँ “हॉल ऑफ फेम” भी है। जिसमें स्विट्जरलैंड आए प्रमुख हस्तियो के फोटों लगे हैं। यहाँ “ करिशमा कपूर, वीरेंद्र सहवाग से लेकर कई भारतीय हस्तियों के फोटो पारंपरिक स्विज पोशाक में लगे हुए हैं।”
मैटरहार्न- प्राकृतिक सुंदरता के अलावा यदि आप रोमांचक खेलों के शौकीन हैं तो मैटरहार्न जाना मत भूलिएगा। यदि आप खतरों के खिलाड़ी हैं और बेहद नजदीक से ग्लेशियरों का नजारा देखना चाहते हैं तो यहाँ के मैटरहार्न क्लाइंबर्स क्लब की सदस्यता आपका इंतजार कर रही है। यहीं पर यूरोप का सबसे बड़ा आईस स्कींग जोन भी है।
ग्रोरनरग्रेट- फिर ग्रोरनरग्रेट जिसे अल्पाइन का स्वर्ग कहते हैं की खूबसूरती जरूर निहारिए। सर्दियों में बर्फ से ढके रहने वाला यह ग्लेशियर गर्मियों में फूलों की घाटी में बदल जाता है। म्यूजिक लवर्स के लिए रिगी फोलकरोले का सफर बेहद यादगार रहेगा। हर जुलाई में यहाँ स्विज सरकार म्यूजिक प्ले करवाती है। जिसमें सात घंटे तक लगातार लाइव कांसर्ट होते हैं।
रिगी कुलम- यह ग्लेशियर नीली स्याही जैसी झीलों के लिए प्रसिद्द है। यहाँ तक आप ल्यूजरैन शहर से बाय बोट, बाय कार, बाय केबल कार जैसा आप चाहे पहुँच सकते हैं। पहुँचने के बाद स्टीम ट्रेन में सफर करना न भूले। बैली यूरोप सैलून रेल कार नामक यह ट्रेन आपको पचास के दशक के राजसी वैभव का अहसास कराएगी। यहाँ का एंटीक महोगनी फर्नीचर, ब्रांज वर्क, रेड कारपेट और बैकग्राउंड म्यूजिक आपको दूसरी दुनिया में ले जाएंगे।
कब जाएँ
यूँ तो स्विट्जरलैंड बेहद खूबसूरत देश हैं। कुदरत हर मौसम में यहाँ अलग रंग दिखाती है। लेकिन यदि आप यहाँ जाना चाहते हैं तो ठंड के मौसम में न जाएं। इस मौसम में आप खूबसूरती की सही छटा नहीं देख पाएँगे। खास तौर पर आपका आइस स्कींग का लुफ्त उठाने का सपना अधूरा रह जाएगा।
स्विट्जरलैंड की सैर करते हुए आप जितने प्रयोग करें उतना अच्छा होगा। कहीं आप केबल कार से जाइए। कहीं बोट, कहीं ट्रेन तो कहीं कार से। यहाँ किराए पर सुविधाजनक कारें आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं। हर जगह अलग-अलग साधन अपनाने से आप धरती के इस स्वर्ग को बेहद करीब से इसके हर दिलकश रूप में निहार पाएंगें।
स्विट्जरलैंड के बारे में सबसे खास बात यह है कि जितनी खूबसूरती इसे प्रकृति ने बख्शी है उतना ही ध्यान यहां की सरकार भी रखती है। यहाँ के ऊंचे-ऊंचे ग्लेशियरों पर टूरिस्टों से जुड़ी हर सुख-सुविधा है। यहाँ के शहर चाहे वह ज्यूरिच हो, ल्यूजरेन हो या फिर इंटरलेकन हर जगह सर्वसुविधा युक्त टूरिस्ट सेंटर बने हैं। जहाँ से आप टूर्स से संबंधित सारी जानकारी हासिल कर सकते हैं। टूर्स बुक कर सकते हैं।
संदर्भ
- ↑ "2014 Human Development Report" (PDF). 14 March 2013. पपृ॰ 21–25. मूल से 29 जुलाई 2016 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 27 जुलाई 2014.